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रिफायनरी की आड़ में चार साल में 140 हजार करोड़ का घोटाला:हरीश चौधरी

बाड़मेर। राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव व बाड़मेर—जैसलमेर के पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने मंगलवार को को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। पत्रका...

बाड़मेर। राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव व बाड़मेर—जैसलमेर के पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने मंगलवार को को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। पत्रकार वार्ता में चौधरी ने राज्य सरकार की कार्यशैली व रिफायनरी को लेकर चौकानें वाले तथ्य सामने रखे। उन्होंने कहा कि जनमानस के हितों पर सूबे की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपनी हठधर्मिता के कारण नुकसान पहुंचा रही है। मंगलवार को रिफायनरी का एमओयू हुआ। उसमें मुख्यमंत्री रिफायनरी के संबंध में कम और आने वाले चुनावों के संबंध में भाषण ज्यादा देती नजर आई। 
उन्होंने कहा कि साढ़े तीन—पौने चार साल के कार्यकाल में राजस्थान की वर्तमान सरकार ने प्रदेश के हितों के विरोध में काम किया है। सरकार ने वेट लागू करके गुजरात सरकार को करीबन एक हजार करोड़ रुपए प्रतिवर्ष फायदा पहुंचाया। ऐसे में यह सारा घाटा प्रदेश की जनता को झेलना पड़ा। यह रुपया ही रिफायनरी में लगना था और कहीं से नहीं आना था लेकिन प्रदेश की वर्तमान बीजेपी सरकार ने यह नुकसान प्रदेश को पहुंचाया। 
पूर्व सांसद ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वसुंधरा राजे ने हमें घोटालों में पीएचडी करने की बात कही थी, इसी संबंध में मैं उनसे सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या यह सही है कि बाड़मेर के क्रुड आॅयल को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पांच डॉलर प्रति बैरल का प्रिमियम मिल रहा है। क्या यह सही है कि रिलायन्स व एस्सार को पांच डॉलर प्रति बैरल डिस्काउण्ट रेट पर यहां का क्रुड आॅयल दिया जा रहा है। इनके बीच का जो 10 डॉलर का गैप है, यह किनकी जेबों में जा रहा है। यह मैं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से पूछना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने कैयर्न एनर्जी ने कहा था कि उसे क्रुड आॅयल को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बेचने की अनुमति दी जाए तथा उसी मात्रा में अंतर्राष्ट्रीय बाजार से तेल खरीदकर हम देश को देंगे। लेकिन सरकार ने अनुमति नहीं दी। 
उन्होंने कहा कि बाड़मेर जिले से निकलने वाला क्रुड आॅयल 1 लाख 75 हजार बैरल का प्रतिदिन 10 रुपए प्रति बैरल का हिसाब लगाएं तो करीबन 96 करोड़ 25 लाख रुपए प्रतिदिन तथा एक साल में 35 हजार करोड़ का घोटाला किया है।
एमओयू में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आंकड़ों का फेरबदल कर यह बता रही है कि मैने चालीस हजार करोड़ रुपए बचाए है लेकिन वास्तविकता यह है कि चार साल के कार्यकाल में बाड़मेर में निकलने वाले क्रुड आॅयल में 140 हजार करोड़ का घोटाला उन्होंने कर दिया है। यह सिर्फ आंकड़ों का फेर किया गया है। रोजगार पर पूर्व सांसद चौधरी ने कहा कि चार वर्ष के दौरान राजस्थान सहित बाड़मेर के युवाओं को कोई रोजगार नहीं दिया गया, यह बड़े दुख की बात है। अगर इन चार साल के कार्यकाल में रिफायनरी लगती तो बाई प्रोडक्ट राजस्थान को टैक्स मिलता। उन्होंने कहा कि भाषण में मुख्यमंत्री ने जो बड़ी बड़ी बातें की उनका कोई आधार नहीं, जहां एक तरफ अरबों रुपए का नुकसान प्रदेश को इनकी हठधर्मिता के कारण उठाना पड़ा, उसकी एवज में इस एमओयू का फायदा कुछ भी नहीं है। इसका जवाब वसुंधरा राजे को जनता को देना होगा। बाड़मेर में विवाद पैदा करने की ताकतों को पुरस्कृत मुख्यमंत्री ने किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब जनाधार खो रही है। बाड़मेर में विवाद पैदा कर प्रदेश सहित बाड़मेर का कौनसा हित किया। सरकार ने विश्वसनियता खो दी है। अब बालोतरा व पचपदरा में जाकर देखें तो सरकार की बात पर कोई विश्वास नहीं करता। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे के कहे अनुसार अगर रिफायनरी का काम मानसून के बाद धरातल पर शुरु होगा तो उनकी विश्वसनीयता रहेगी नहीं तो वही चुनावे जुमले साबित होंगे।

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