रिपोर्टर @ लव कुमार जैन प्रतापगढ़। जिले के दलोट कस्बेे में नोटबंदी ने उडाई नींद बैंकों मे आवश्यकता के अनुसार नगदी नहीं लोग परेशान। बीते द...
रिपोर्टर @ लव कुमार जैन
प्रतापगढ़। जिले के दलोट कस्बेे में नोटबंदी ने उडाई नींद बैंकों मे आवश्यकता के अनुसार नगदी नहीं लोग परेशान। बीते दो सफ्ताह से नोटों की अदला बदली ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। सवेरे से हीं लोग नोट बदलवाने के लिए कतार में खड़े रहते है। चूल्हा चौका छोड़कर महिलाएँ लाइन में लगीं हुई है। घरों का संतुलन बिलकुल बिगड़ चुका है। कस्बे की एक मात्र बैंक मे बाहर सुबह बैंक खुलने पहले से पहले लाइन लगना शुरू हो जाती हे लेकिन बैंक में पैसा ही नही है।
-एटिएम पर भी लोगों का तांता लगा रहता है लेकिन ATM तो ख़ाली है....? कस्बे कीे एक मात्र बैंक ऑफ़ बड़ोदा की शाखा के बाहर लेन देन करने वाले ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। बैंक में पैसा नही होने से आम जन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हे दलोट बैंक में सात दिनों में से 5 दिन तो पैसा रहता नही है और एटीएम भी बंद साथ हैं।
-साथ ही नजदीकी गांव सालमगढ़ की बैंक SBBJ की शाखा में पर्याप्त राशि हे तो फिर बैंक ऑफ़ बड़ोदा के साथ इस तरह सौतेला व्यवहार क्यू...?
-क्या जिला मुख्यालय के बैंक ऑफ़ बड़ोदा के अधिकारियों को इस बात की जानकारी नही है...? और अगर हे तो वे bob में पर्याप्त राशि की व्यवस्था क्यू नही करवा पा रहे है।
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