तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद और शारदा घोटाले में आरोपी कुणाल घोष ने अलीपुर केंद्रीय जेल में नींद की गोलियों खाकर कथित तौर पर आत्महत्या ...
तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद और शारदा घोटाले में आरोपी कुणाल घोष ने अलीपुर केंद्रीय जेल में नींद की गोलियों खाकर कथित तौर पर आत्महत्या करने की कोशिश की। उन्हें कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब हालत स्थिर बताई जा रही है।
पश्चिम बंगाल के सुधारगृह सेवा मंत्री एच ए स्वाफी ने बताया, ‘कुणाल घोष ने कहा कि उन्होंने आत्महत्या करने के लिए नींद की गोलियां लीं। बाद में उन्होंने डॉक्टर को बुलाया, जिन्होंने पाया कि सब कुछ सामान्य है। ऐहतियात के तौर पर हमने कोई खतरा मोल नहीं लिया और उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।’ डॉक्टर घोष के स्वास्थ्य पर डॉक्टर नजर रख रहे हैं।
कुणाल घोष को जब 10 नवंबर को शहर की एक अदालत में पेश किया गया था तब उन्होंने धमकी दी थी कि अगर घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ सीबीआई ने तीन दिन के अंदर समुचित कार्रवाई नहीं की तो वह आत्महत्या कर लेंगे। तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद ने यहां बैंकशाल अदालत में मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा के सामने कहा था, ‘जांच प्रभावित की जा रही है। यह मंजूर नहीं है कि मैं जेल में सड़ता रहूं, जबकि इसमें शामिल लोग खुलेआम घूमें। मैं तीन दिन का समय दे रहा हूं। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।’
घोष ने जज के सामने कहा था, ‘मैं आपसे एक आदेश जारी करने की प्रार्थना करता हूं कि इन तीन दिनों के दौरान मेरे किसी भी रिश्तेदार या मेरे वकील को मुझसे मिलने की अनुमति न दी जाए अन्यथा मैं प्रभावित हो जाऊंगा या रुक जाऊंगा।’
इससे पहले, सुनवाई के दौरान उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कुछ शीर्ष नेताओं पर घोटाले से लाभान्वित होने का आरोप लगाया था। कुणाल घोष ने मीडिया के सामने दावा किया था कि तृणमूल प्रमुख और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शारदा चिटफंड मामले में शामिल थीं। उन्होंने कहा कि अगर किसी को इस घोटाले से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर फायदा पहुंचा है तो वह ममता बनर्जी हैं।
पेशे से पत्रकार घोष शारदा ग्रुप की कंपनी बंगाल मीडिया लिमिटेड में मुख्य कार्यकारी रह चुके हैं। कुणाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 (विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत केस दर्ज किए गए थे । 2013 में 22 अप्रैल को एक निवेशक ने यह मामला दर्ज कराया था।
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