रिपोर्टर @ गणेश जैन जैसलमेर/फलसूण्ड। स्वयंसेवकों द्वारा चलाया गया सेवा केन्द्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उप खण्ड भणियाणा द्वारा फलसूण्ड बैंक ...
रिपोर्टर @ गणेश जैन
जैसलमेर/फलसूण्ड। स्वयंसेवकों द्वारा चलाया गया सेवा केन्द्र राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उप खण्ड भणियाणा द्वारा फलसूण्ड बैंक एवम् डाकघर में शनिवार को सेवा केंद्र के रुप में ग्रामीणों के जमा पर्ची एवम् निकासी पर्ची भरकर बुजुर्ग,महिलाओं,विकलांग एवम् अनपढ़ लोगों को कोई परेशानी नहीं हो इसलिए यह केन्द्र चलाया जा रहा है सेवा केन्द्र के माध्यम से लाइनों में खड़े ग्रामीणों को स्वयंसेवकों द्वारा चाय,अल्पाहार एवम् जलपान भी करवाया गया यह सेवा केन्द्र खण्ड कार्यवाह भंवर लाल कुमावत के नेतृत्व में खण्ड सेवा प्रमुख पारस मल कुमावत,सत्यनारायण गोतम,पेम्प सिंह,विक्रम सिंह,रतन सिंह जोधा,हजारी कुमावत,सुनिल वैष्णव,विष्णु,कपिल,सवाई सिंह,सांगाराम इत्यादि के द्वारा किया गया स्वयंसेवकों द्वारा वहाँ बैंक परिसर में सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश भी दिया गया।
केन्द्र सरकार की ओर से गत 11 दिन पूर्व 500 व एक हजार के नोटों को बंद कर दिए जाने का असर अब बाजार पर पडऩे लगा है। जहां एक तरफ स्थानीय व्यापारियों को बैंक शाखाओं के आगे लोगों की भीड़ के कारण अपने चालू खातों में लेनदेन करना मुश्किल हो रहा है। दूसरी तरफ व्यापारियों के बैंक से लेनदेन बंद हो जाने के कारण बड़ी मंडियों में माल की राशि भेज पाना मुश्किल हो गया है। बाजार में आम जरुरत की चीजों की कमी हो जाने के कारण उनके भावों में भी वृद्धि होने लगी है। जानकारी के अनुसार गत आठ नवम्बर की रात्रि से केन्द्र सरकार की ओर से 500 व एक हजार के नोट बंद कर दिए गए, नौ नवम्बर को बैंका का अवकाश घोषित कर दिया गया तथा आमजन को बैंकों में जाकर अपने पुराने नोट बदलवाने के निर्देश दिए गए। इसी के चलते 10 नवम्बर से ही कस्बे की सभी बैंकों के आगे लोगों की लम्बी कतारें लग गई, जो शनिवार को शाम तक भी जारी रही।
बैंक में जाना नहीं है आसान
एक तरफ सभी बैंकों के आगे लोगों की अपने पास पड़े नोट बदलवाने को लेकर लम्बी कतारें लग रही है।जिसको नियंत्रित करने के लिए बैंकों के आगे पुलिस बल लगाना पड़ा है। दूसरी तरफ लोगों की उमड़ रही इस भीड़ व लम्बी कतारों के चलते प्रतिदिन अपने चालू खातों से नियमित रूप से लेनदेन, आरटीजीएस, ऑनलाइन चेक व ड्राफ्ट भेजकर मंडियों से खरीदारी करने वाले स्थानीय किराणा, अनाज, अन्य खाद्य वस्तुओं व खाद बीज के विक्रेताओं को बैंक कार्यालयों में घुसने व लेनदेन में परेशानी हो रही है। ऐसे में कस्बे में कई खाद्य वस्तुओं की कमी हो गई है तथा माल की आवक कम होने के कारण कुछ खाद्य वस्तुओं के भावों में भी बढोतरी होने लगी है। गौरतलब है कि फलसूण्ड गांव में जोधपुर , बाड़मेर स्थित बड़ी मंडी से अनाज व अन्य खाद्य वस्तुएं आती है। गत 10 दिनों से मंडियों में थोक व्यापारियों की ओर से पुराने 500 व एक हजार के नोट लेने बंद कर दिए गए है, जिससे नकद व्यापार पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके अलावा व्यापारियों की ओर से बैंकों के माध्यम से ऑनलाइन चेक व ड्राफ्ट भेजकर खरीदी की जाती थी, लेकिन वह भी बंद पड़ी है। बैंकों की ओर से भी अपने नियमित प्रतिदिन चालू खाते से लेनदेन करने वाले व्यापारियों के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं की गई है, ताकि वे ऑनलाइन भुगतान भेजकर माल मंगवा सके, न ही बैंक की ओर से कोई अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था की गई है। ऐसे में स्थानीय व्यापारियों को परेशानी हो रही है।
भावों में उछाल
500 व एक हजार के नोट बंद हो जाने, नकद लेनदेन बंद हो जाने, व्यापारियों की पूर्व की उधारी भी पुन: वसूली नहीं होने, प्रतिदिन का नकद बिक्री में भी भारी गिरावट आ जाने की स्थिति में व्यापारियों की ओर से नए सिरे से माल नहीं मंगवाया जाता है। जिससे बाजार में कई वस्तुओं की कमी के चलते भावों में भी वृद्धि हो गई है। जहां एक तरफ 12 नवम्बर से पूर्व आटे के भाव 21 रुपए थे, वह अब बढकर 25 रुपए, शक्कर के भाव 38 से बढकर 40 रुपए, गुड़ के भाव 35 से बढकर 40 रुपए, खाद्य तेल के भावों में प्रतिटिन 70 से 80 रुपए की बढोतरी हुई है। ऐसे में उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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