धर्मेन्द्र सोनी कुशलगढ बासंवाड़ा छ साल की मासुम पानु अचानक पोलीयो की शिकार हो गई सरकार के दावो की धज्जीया उड़ती दिखाई दे रही हैं। एक और ...
धर्मेन्द्र सोनी कुशलगढ बासंवाड़ा
छ साल की मासुम पानु अचानक पोलीयो की शिकार हो गई सरकार के दावो की धज्जीया उड़ती दिखाई दे रही हैं। एक और हमारी सरकार पोलियो मुक्त भारत बनाने के लिए सालो से अरबो रुपये खर्च कर हर साल पल्स पोलियो अभियान चलाकर शहर शहर गांव गांव ढाणी ढाणी घरो घरो तक यहा तक की बस स्टेण्ड रेलवे स्टेशन यात्री प्रतिक्षालयो पर दो बुद जिन्दगी के लिए पोलियो की दवा पिलाकर पोलियो मुक्त भारत बनाने मे अरबो खरबो रुपया सरकार खर्च कर चुकी हैं।
सरकारी दावा पोलियों मुक्त भारत मगर ऐसा नहीं
सरकार द्वारा यह दावा किया जा रहा हैं की अब भारत से पोलियो रोग चला गया मगर दुर्भाग्य की बात यह हैं की भारत सरकार के पोलियो अभियान की पोल एक छ साल की गरीब आदिवासी बालिका ने खोल कर रख दी। राजस्थान के बासंवाङा जिले के कुशलगढ क्षेत्र के नव गठीत ग्राम पंचायत सातलिया निवासी राजु पुत्र सुरंग सिंह डामोर आदिवासी दम्पति ने सपने मे भी नही सोचा होगा की राजु के घर जन्मी नन्ही मासुम कुमारी पानु बड़ी होकर अठखेलिया खेल परिजनो को खुश रखेगी स्कूल जाएगी राजु ने अपनी नन्ही मासुम के लिए कई सपने संजोए मगर राजु को क्या पता था की जिस नन्ही मासुम बच्ची पानु को लाड प्यार दुलार से पाल रहे हैं वो अचानक एक दिन पोलियो रोग की शिकार हो जाएगी।
सरकार द्वारा यह दावा किया जा रहा हैं की अब भारत से पोलियो रोग चला गया मगर दुर्भाग्य की बात यह हैं की भारत सरकार के पोलियो अभियान की पोल एक छ साल की गरीब आदिवासी बालिका ने खोल कर रख दी। राजस्थान के बासंवाङा जिले के कुशलगढ क्षेत्र के नव गठीत ग्राम पंचायत सातलिया निवासी राजु पुत्र सुरंग सिंह डामोर आदिवासी दम्पति ने सपने मे भी नही सोचा होगा की राजु के घर जन्मी नन्ही मासुम कुमारी पानु बड़ी होकर अठखेलिया खेल परिजनो को खुश रखेगी स्कूल जाएगी राजु ने अपनी नन्ही मासुम के लिए कई सपने संजोए मगर राजु को क्या पता था की जिस नन्ही मासुम बच्ची पानु को लाड प्यार दुलार से पाल रहे हैं वो अचानक एक दिन पोलियो रोग की शिकार हो जाएगी।
कुदरत ने भी नन्ही मासूम को नहीं बख्शा
कुदरत ने भी मासुम के साथ गजब का अन्याय किया छ साल की उम्र मे ही पोलियो ने मासुम को जकड़ लिया पोलियो की शिकार मासुम पानु की दादी पारु पत्नी सुरंग सिह ने बताया की मेरी पोती पानु की माँ पेमा जब मेरी बहु गर्भवती थी तब सारे टीके लगवाए ओर समय समय पर पोलियो की दवा भी पिलाई लेकिन कुछ माह पहले मासुम पानु को एक दिन बुखार आया तो मोहकमपुरा पी एच सी कुशलगढ में डाक्टर मजहर हुसैन को दिखाया।
कुदरत ने भी मासुम के साथ गजब का अन्याय किया छ साल की उम्र मे ही पोलियो ने मासुम को जकड़ लिया पोलियो की शिकार मासुम पानु की दादी पारु पत्नी सुरंग सिह ने बताया की मेरी पोती पानु की माँ पेमा जब मेरी बहु गर्भवती थी तब सारे टीके लगवाए ओर समय समय पर पोलियो की दवा भी पिलाई लेकिन कुछ माह पहले मासुम पानु को एक दिन बुखार आया तो मोहकमपुरा पी एच सी कुशलगढ में डाक्टर मजहर हुसैन को दिखाया।
गुजरात भी ले गए मगर कोई फायदा नही हुआ
मोहकमपुर पी. एच.सी.कुशलगढ़ के डाक्टर मजहर हुसैन ने आठ दिन कुशलगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे बच्ची को भर्ती रखा इसके बाद चिकित्सक की सलाह पर गुजरात के दाहोद मे बच्ची को दिखाया। जहा एक लाख रुपये से उपर तक खर्चा करने के बाद मासुम पानु की हालात मे सूधार नही हुआ। तब बच्ची को घर ले आए देवी देवता मन्नते दवा दारु आदी जतन किए पर छ साल की नन्ही जान पानु ठीक नही हो सकी।
मोहकमपुर पी. एच.सी.कुशलगढ़ के डाक्टर मजहर हुसैन ने आठ दिन कुशलगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे बच्ची को भर्ती रखा इसके बाद चिकित्सक की सलाह पर गुजरात के दाहोद मे बच्ची को दिखाया। जहा एक लाख रुपये से उपर तक खर्चा करने के बाद मासुम पानु की हालात मे सूधार नही हुआ। तब बच्ची को घर ले आए देवी देवता मन्नते दवा दारु आदी जतन किए पर छ साल की नन्ही जान पानु ठीक नही हो सकी।
अब तक सरकार मौन क्यों हैं इस पर
आज भी नन्ही पानु विकलांगता का दंश झेल रही हैं। बच्ची पिछले दश माह से अधिक समय हो चुका हैं जबकी समीप आगनबाङी स्कूल ध गांव मे सब सेन्टर है। यूँ तो छोटी छोटी चीजे सरकार और प्रशासन के पास पंहुच जाती हैं तो एक गरीब आदिवासी की छ साल की मासुम को पोलियो जैसी घातक बीमारी ने जकङ लिया और चिकित्सालय मे इलाज चला गरीब का रुपया खर्च हुआ तो मामला आगे तक संज्ञान मे क्यो नही पंहुचा तथा पोलियो मुक्त भारत बनाने वाली सरकार के पास चिकित्सा विभाग ने सच्चाई क्यो छिपाई क्या छ साल की पोलियो ग्रस्त पानु को इन्साफ मिलेगा या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
आज भी नन्ही पानु विकलांगता का दंश झेल रही हैं। बच्ची पिछले दश माह से अधिक समय हो चुका हैं जबकी समीप आगनबाङी स्कूल ध गांव मे सब सेन्टर है। यूँ तो छोटी छोटी चीजे सरकार और प्रशासन के पास पंहुच जाती हैं तो एक गरीब आदिवासी की छ साल की मासुम को पोलियो जैसी घातक बीमारी ने जकङ लिया और चिकित्सालय मे इलाज चला गरीब का रुपया खर्च हुआ तो मामला आगे तक संज्ञान मे क्यो नही पंहुचा तथा पोलियो मुक्त भारत बनाने वाली सरकार के पास चिकित्सा विभाग ने सच्चाई क्यो छिपाई क्या छ साल की पोलियो ग्रस्त पानु को इन्साफ मिलेगा या नहीं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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