मुंबई। दादर पुलिस ने अपने मालिक के घर से 30 लाख रुपये की नकदी व सामान लेकर भागे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। चोरी के आरोपी ने सड़क पर मिले मत...
मुंबई। दादर पुलिस ने अपने मालिक के घर से 30 लाख रुपये की नकदी व सामान लेकर भागे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। चोरी के आरोपी ने सड़क पर मिले मतदाता पहचानपत्र की मदद से एक एजेंसी में नौकरी के लिए आवेदन किया था और उसी फर्जी पहचानपत्र के जरिए उसे एक अपार्टमेंट में नौकरी मिली थी।
पुलिस ने बताया कि 25 साल के अजय सीताराम मंडल नाम के आरोपी को अशोक पासवान नाम के व्यक्ति का मतदाता पहचानपत्र सड़क पर गिरा मिला था। पासवान के नाम से ही उसने एक एजेंसी में नौकरी के लिए आवेदन किया था।
मंडल को दो महीने पहले अशोक अग्रवाल के प्रभादेवी निवास में नौकरी मिली। मालिक का विश्वास जीतने के बाद उसने उनके घर से कीमती सामानों को चुराना शुरू कर दिया। बताया गया है कि ओशिवारा पुलिस थाने में भी मंडल के खिलाफ इसी तरह से चोरी करने का एक केस दर्ज है।
14 सितंबर को मंडल तीन लाख रुपये नकद और 27 लाख के कीमती सामान लेकर फरार हो गया। कॉल डाटा रिकार्ड से पुलिस ने मंडल के असली नाम का पता लगाया। इसी से पता चला की वह बिहार का निवासी है। इसके तत्काल बाद पुलिस की एक टीम उसे पकड़ने बिहार के लिए रवाना हो गई।
सामान चोरी करने के बाद मंडल अपने भाई के घर विरार पहुंच गया। इसके बाद दोनों बिहार भाग गए। स्थानीय पुलिस की मदद से मंडल के घर का पता लगाया गया। वहां पहुंची पुलिस को दोनों की पत्नियों ने बताया कि वे यहां नहीं हैं लेकिन जेंट्स चप्पलें और शराब की बोतलों को देख उन्हें शक हुआ। तलाशी लेने पर जब दोनों नहीं मिले तो पुलिस ने चोरी किए गए सामानों की खोज शुरू की। इसी क्रम में मंडल और उसका भाई छत पर छिपे पकड़े गए। बाद में पुलिस ने उनसे पूछताछ कर सामानों का भी पता लगा लिया। घर के अंदर तीन फीट गड्ढ़ा खोद इन लोगों ने सामान को छुपाया हुआ था। पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर मुंबई ले आई है।
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