इंद्र बारूपाल बाड़मेर अंबेडकर जंयती पर निकाली जन जागरण रैली, हुआ प्रतिभाओं का सम्मान डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर मंगलवार को जिले भर ...
इंद्र बारूपाल बाड़मेर
अंबेडकर जंयती पर निकाली जन जागरण रैली, हुआ प्रतिभाओं का सम्मान
डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर मंगलवार को जिले भर में कई कार्यक्रमो का आयोजन हुआ। जिला स्तर पर भगवान महावीर टाउन हाल में आयोजित मुख्य समारोह में प्रतिभाओ को सम्मानित किया गया। इस दौरान विभिन्न वक्ताओ ने बाबा साहेब अंबेडकर के आदर्शाें पर प्रकाश डालते हुए इनको आत्मसात करने की जरूरत जताई।
डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर मंगलवार को जिले भर में कई कार्यक्रमो का आयोजन हुआ। जिला स्तर पर भगवान महावीर टाउन हाल में आयोजित मुख्य समारोह में प्रतिभाओ को सम्मानित किया गया। इस दौरान विभिन्न वक्ताओ ने बाबा साहेब अंबेडकर के आदर्शाें पर प्रकाश डालते हुए इनको आत्मसात करने की जरूरत जताई।
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बाड़मेर बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा को माल्यार्पण करते बड़मेर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा |
बाड़मेर। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के आदर्शों को आत्मसात करने की जरूरत है। उनके मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो,के रास्ते पर चलते हुए सब मिलकर समाज एवं राष्ट्र के विकास मंे भागीदारी निभाएं। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने यह बात भगवान महावीर टाउन हाल मंे आयोजित डा.अंबेडकर जयंती समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्हांेने कहा कि अंबेडकर ने दलित समाज मंे पैदा होेने के उपरांत भी दुनिया मंे अपना एवं देश का नाम रोशन करते हुए मिसाल कायम की। उन्हांेने कहा कि अंबेडकर महज दलित समाज के नेता नहीं थे, उन्हांेने प्रत्येक तबके के उत्थान के लिए प्रयास किए। संविधान निर्माण के जरिए प्रत्येक समाज को नई दिशा देने के साथ सामाजिक उत्थान का कीर्तिमान स्थापित किया। चैधरी ने कहा कि सामाजिक कुरीतियांे को छोड़कर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बताए रास्ते पर चलें। समाज को संगठित करने के साथ शिक्षा से जुड़े। सब मिलकर राष्ट्र के विकास मंे भागीदारी निभाएं।
अध्यक्षीय उदबोधन मंे जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े संविधान की सौगात देकर अंबेडकर ने भारत को विश्व पटल पर गौरवांवित किया। उन्हांेने कहा कि अंबेडकर के अधूरे सपनांे को पूरा करने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्हांेने अंध विश्वास एवं सामाजिक कुरीतियां छोड़ने का आग्रह करते हुए भरोसा दिलाया कि वे बाड़मेर के विकास के लिए यथा संभव प्रयास करेंगी।
समारोह के दौरान विशिष्ठ अतिथि बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान के जरिए सबको सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार देकर पूरे विश्व के सामने मिसाल पेश की। अंबेडकर जयंती पर पूरे देश मंे विभिन्न आयोजन हो रहे है। उनका जन्म दिन किसी त्यौहार से कम नहीं है। उन्हांेने कहा कि बाबा साहेब के सपने साकार करने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने हांेगे। मौजूदा समय मंे बाड़मेर विकास की ऊंचाइयांे को छू रहा है। स्थानीय लोगांे को इसका फायदा तभी मिल पाएगा, जब वे शिक्षित होने के साथ जरूरत के मुताबिक विभिन्न टेªडस के प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। विधायक जैन ने कहा कि नशा छोड़ने के साथ शिक्षित होकर अपने अधिकारों के लिए संगठित होकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने इस दौरान अंबेडकर सर्किल के जीर्णाेद्वार एवं विकास के लिए विधायक कोष से 5 लाख रूपए देने की घोषणा की। विशिष्ठ अतिथि बाड़मेर पंचायत समिति की प्रधान श्रीमती पुष्पा बेनिवाल ने कहा कि अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित किया। मौजूदा दौर मंे उनके आदर्शाें को आत्मसात करने की जरूरत है।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि राजकीय महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती विमला आर्य ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने अपना संपूर्ण जीवन समाज सेवा मंे लगाया। उनके योगदान को नहीं भुलाया जा सकता। उन्हांेने कहा कि स्वाभिवान एवं आत्म सम्मान से जीने का अधिकार अंबेडकर की देन है। उनसे प्रेरणा लेते हुए समाज संगठित होने के साथ अपने अधिकारांे के लिए संघर्ष करें तो लक्ष्य प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता। विशिष्ठ अतिथि डा.बी.एल.मंसूरिया ने कहा कि पहली मर्तबा सोशियल मीडिया ने भी डा.अंबेडकर के विचारांे के आदान-प्रदान मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाड़मेर जिले मंे वृहद पैमाने पर आयोजन हुए। इससे निसंदेह अंबेडकर की शिक्षा के प्रचार-प्रसार के साथ समाज को नई दिशा मिलेगी। साथ ही कमजोर तबका अपने अधिकारांे के प्रति जागरूक होगा। विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी मूलाराम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब के तीन सूत्री मंत्र के मुताबिक शिक्षा मौजूदा दौर की पहली जरूरत है। इसके बिना कोई भी तबका विकास नहीं कर सकता। उन्हांेने बालक-बालिकाआंे को अधिकाधिक शिक्षा से जोड़ने पर जोर देते हुए कहा कि समाज में फैली सामाजिक कुरीतियांे पर अंकुश लगाने के साथ संगठित होने की जरूरत है।
अंबेडकर जयंती समारोह के संयोजक तिलाराम पन्नू ने तीन दिवसीय जयंती समारोह के दौरान हुए आयोजनांे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनांे से अंबेडकर के आदर्शाें के प्रचार के साथ समाज को नई दिशा मिलेगी। साथ ही प्रतिभाआंे का उत्साह वर्धन होगा।
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