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मुंबई में पहली बार नहीं होगी शिवसेना की 'दशहरा रैली'

मुंबई। मुंबई के शिवाजी पार्क में पिछले 48 वर्षो से होती आ रही शिवसेना की दशहरा रैली इस बार नहीं हो सकेगी। शिवसैनिकों को हर साल विशेष संदेश द...

मुंबई। मुंबई के शिवाजी पार्क में पिछले 48 वर्षो से होती आ रही शिवसेना की दशहरा रैली इस बार नहीं हो सकेगी। शिवसैनिकों को हर साल विशेष संदेश देनेवाली इस रैली की शुरुआत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने वर्ष 1966 में की थी। उसके बाद से प्रत्येक साल इसका आयोजन किया जाता रहा।
शिवसेना के वर्तमान प्रमुख उद्धव ठाकरे के अनुसार, इस बार दशहरा के अवसर पर शिवाजी पार्क में सिर्फ प्रतीकात्मक शस्त्र पूजा का आयोजन होगा। विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के कारण पारंपरिक रैली नहीं हो सकेगी, बल्कि उसी दिन उसी समय मुंबई के ही बोरीवली विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली आयोजित की जा रही है, जिसे उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे संबोधित करेंगे।
48 वर्षो में यह पहला अवसर होगा, जब मध्य मुंबई स्थित शिवाजी पार्क में दशहरे के दिन शिवसैनिकों की गहमागहमी नहीं नजर आएगी। शिवाजी पार्क में राजनीतिक रैलियों पर अदालती प्रतिबंध के बावजूद शिवसेना पिछले तीन साल से विशेष अनुमति लेकर यह रैली करती आ रही थी। वह इसे राजनीतिक नहीं बल्कि पारंपरिक रैली करार देती थी। शिवाजी पार्क में 1966 में रैली की शुरुआत करने वाले बाल ठाकरे सन् 2011 तक इस रैली को संबोधित करते आए। इस रैली के जरिये वह शिवसैनिकों को हर साल कोई ऐसा एजेंडा देते थे, जिसके पूरा करने में शिवसेना जी-जान लगा देती थी।
ठाकरे ने स्वयं उपस्थित रहकर अंतिम बार सन् 2011 में यहां रैली को संबोधित किया था। 2012 में खराब स्वास्थ्य के कारण वह स्वयं नहीं आ सके लेकिन उनके पुत्र उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में बीमार ठाकरे के संबोधन की वीडियो क्लिप दिखाई गई थी, जिसे देखकर शिवाजी पार्क में उपस्थित सभी शिवसैनिक भावुक हो उठे थे। इस संबोधन के कुछ दिनों बाद ही 17 नवंबर, 2012 को ठाकरे का निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार भी उसी स्थान पर किया गया, जहां उनकी दशहरा रैली का मंच सजा करता था। माना जा रहा था कि इस बार उद्धव ठाकरे अपने पिता की 2012 के संबोधन वाली वीडियो क्लिप दिखाकर मराठी मतदाताओं को आंदोलित करने का प्रयास करेंगे लेकिन संभवत: चुनाव के कारण पैदा हुई तकनीकी दिक्कतों के कारण इस बार रैली ही स्थगित करनी पड़ रही है।
शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने अपनी पूर्व सहयोगी भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं। उनका कहना है कि भाजपा चाहे अपने सभी केंद्रीय मंत्रियों को महाराष्ट्र में प्रचार के लिए भेज दे, लेकिन वह शिवसेना को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती। गुरुवार को सतारा की चुनावी सभा में उद्धव ने कहा कि भाजपा ने हमारे पिता [बाल ठाकरे] द्वारा जताए गए भरोसे को तोड़ा है। राज्य की जनता यह देख रही है। उद्धव ने कहा, जब हम उस समय तुम्हारा साथ दे सकते हैं, जब राज्य में कोई तुम्हें जानता भी नहीं था, तो हम तुम्हारे पतन का कारण भी बन सकते हैं। विदर्भ के मुद्दे पर भाजपा को घेरते हुए उद्धव कहते हैं कि तुमने हमसे गठबंधन इसलिए तोड़ा, क्योंकि तुम जानते थे कि हमारे साथ रहते तुम विदर्भ को महाराष्ट्र से अलग नहीं कर सकते।

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